महासमुंद (वीएनएस)। खत्म हुआ इंतजार, अब किशोरों की बारी नारे के साथ सोमवार को कोरोना से बचाव एवं बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए ज़िले में 15 से 18 वर्ष के किशोर-किशोरियों को कोविड के टीके लगाए गए। कलेक्टर डोमन सिंह ने ज़िला मुख्यालय स्थित शासकीय डी.एम.एस. स्कूल में किए जा रहे टीकाकरण का जायज़ा लिया और वहाँ की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत की और अपने उम्र के मित्रों और परिजनों जिन्होंने अभी तक कोविड की डोज नही ली। उन्हें लगवाने के लिए कहे। किशोर-किशोरियों ने टीका लगवाकर जागरूकता का दिया परिचय। इस स्कूल मेें पात्र 108 हितग्राहियों को वैक्सीन लगाई जानी है। स्कूल को ही वैक्सीन सेंटर बनाया गया। साथ ही निगरानी और प्रतीक्षालय कक्ष भी बनाया गया। निगरानी कक्ष में वैक्सीन लग चुके विद्यार्थियों को निगरानी में रखा गया।
स्कूल के 12 वीं के छात्र गगन सेन ने टीका लगवाया और कहा कि अब वे अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहें है। वहीं छात्रा गीतांजली साहू ने भी कहा कि टीका लगाना जितना जरूरी है उतना ही कोरोना गाईड लाईन का पालन करना भी। वहीं वेडनर मेमोरियल स्कूल के 11वीं के छात्र श्रेयांश दुबे ने टीका और मॉस्क दोनों को जरूरी बताया। महर्षि विद्या मंदिर की कक्षा 12 वीं की छात्रा कुमारी श्रुति तिवारी का कहना है कि कोरोना को हराना है तो टीका का डोज लेना भी जरूरी है। इसके लिए हम अन्य पात्र विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेंगे।
15-18 आयु वर्ग के विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए हायर सेकेण्डरी स्कूलों में आज से शिविर आयोजित किए जा रहे है। शिविर में 18 साल से अधिक आयु के हितग्राही भी प्रथम और द्वितीय खुराक का टीकाकरण करवा सकेंगे। इसके लिए ज़िले में 158 साइट (हाईस्कूलों) बनाई गयी है। हर स्कूल में न्यूनतम 120 टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस तरह जिले में आज लगभग 19 हजार का लक्ष्य निर्धारित किया गया। महासमुंद जिले में लगभग 65 हज़ार 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों को कोविड से सुरक्षा के टीके लगाए जाएंगे। किशोर-किशोरियों के लिए केवल को-वैक्सीन टीके का ही विकल्प रहेगा।