By-टनाटन desk…..छत्तीसगढ़ के टॉप थ्री नगर निगम और प्रदेश के अमीर नगर निगम में से एक कहलन वाले भिलाई नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष अब पेड़ के नीचे अपना कार्यालय खोलकर बैठ गए हैं यकीन मानिए पेड़ के नीचे चलता हुआ यह दफ्तर देखकर हर कोई हैरान और परेशान है क्योंकि बीजेपी के पार्षदों के दल का और सदन का नेता प्रतिपक्ष यदि पेड़ के नीचे बैठा हो तो आप भी सोचिए कि भिलाई नगर निगम की व्यवस्था कितनी चुस्त दुरुस्त होगी भिलाई नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा भिलाई नगर निगम परिसर में पेड़ के नीचे बैठे हैं बाकायदा टेबल और कुर्सियां भी लगी है तो लोग अपनी परेशानियों को लेकर उनके पास आ भी रहे हैं सबसे बड़ी बात यह है कि यह कोई ऐसा वैसा कार्यालय नहीं भिलाई नगर निगम के 70 पार्षदों में से बीजेपी के पार्षद और नेता प्रतिपक्ष का कक्षा है जो पेड़ के नीचे लगा है दरअसल भोजराज सिन्हा को अब तक नेता प्रतिपक्ष होने के नाते कक्ष नहीं मिल पाया है जहां पर बैठकर आम जनता की समस्याओं का निराकरण कर सकें या फिर बीजेपी के पार्षदों के साथ बैठकर चर्चा और राय विचार-विमर्श कर सके आपको बता दें कि नगर निगम का चुनाव हुए डेढ़ साल बीत चुके हैं तो वहीं भोजराज सिन्हा को 6 महीने पहले भिलाई नगर निगम नेता प्रतिपक्ष का दायित्व सौंपा गया था भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा कई बार आयुक्त और महापौर को नेता प्रतिपक्ष का कक्ष देने के लिए पत्र लिखा गया लेकिन शहर सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया जिसके बाद अब नेता प्रतिपक्ष पेड़ के नीचे ही अपना दफ्तर खोल लिया को अब तक कक्ष नहीं मिला है दरअसल भिलाई नगर निगम में 70 वार्ड है जिसमे टाउन शिप और पटरी पार में क्षेत्र बंटे हुए है जिसको लेकर तमाम पार्षद निगम के क्षेत्रों का लेखा जोखा और काम करते है भाजपा संगठन की ओर से नगर निगम ने विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए 16 जनवरी को उनकी नियुक्ति नगर निगम नेता प्रतिपक्ष के रूप में की थी लेकिन आज तक निगम की ओर से उन्हें पृथक कक्ष आबंटित नहीं किया गया है कक्ष आवंटित नहीं होने के कारण अब भोज राज सिन्हा नगर निगम के बाहर बाउंड्री वाल के किनारे ही टेबल कुर्सी लगाकर बैठ गए है आपको बता दे की नगर निगम एक्ट के अनुसार नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का पद संवैधानिक नहीं है बल्कि परंपरागत है लेकिन अब तक भोजराज सिन्हा को कक्ष नहीं मिला है जिसके कारण वे नाराज है.