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कोरोना संक्रमण हुआ तेज

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कोरोना संक्रमण हुआ तेज
कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जनवरी व फरवरी में की जा रही थी।1जनवरी को कोरोना के जितने मामले देश और छत्तीसगढ़ में सामने आए है, उससे तो ऐसा लगता है कि तीसरी लहर ने देश व छत्तीसगड़ में दस्तत दे दी है। दिसंबर तक तो देश में कोरोना के मामले दस हजार के कम ही आ रहे थे, छत्तीसगढ़ में यह सौ से कम ही थे। एक जनवरी के देश में जहां 22775 मामले आए है, यह दिसंबर की तुलना में दुगुना से ज्यादा है। इसी तरह छत्तीसगढ़ दिसंबर तक रोज 100 से कम कोरोना के मरीज मिलते थे। एक जनवरी को 279 कोरोना पाजिटिव मिले हैं। यह भी दुगुना से ज्यादा है, इसलिए यह चिंता की बात है। इतने ज्यादा मामले आखिर एक दिन में बढ़ कैसे गए। इसकी एक वजह यह हो सकती है कि साल के आखिरी दिन लाखों लोग नववर्ष मनाने के लिए मंदिर,पर्यटन स्थल, होटलों में एकत्र हुए थे। वैष्णोदेवी,स्वर्णमंदिर, बालाजी मंदिर , काशी विश्वनाथ धाम आदि जगह जो फोटो आई है उसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतनी भीड़ में कोरोना नियमों का पालन करना व करवाना मुश्लिक काम था। इसका सीधा3 मतलब है कि लाखों की भीड़ के कारण कोरोना मरीजों की संख्या एक जनवरी को बढ़ी है तथा आने वाले दिनोँ में कोरोना मरीजों की संख्या इसी तरह तेजी से बढऩी है। अभी हालांकि यह साफ नहीं हुआ है कि कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है तो वह नया बैरिंएंट है या पुराना। नए की तुलना में पुराना बैरिएंट ज्यादा घातक है, इसी बैरिएंट के कारण पिछले साळ लाखों लोगों की मौत हुई थी, उससे ज्यादा लोग संक्रमित हुए थे। कोरोन संकमितों मेें यदि नए वैरिएंट वाले हैं तो यह आनेवाले दिनों में तेजी से फैलेगा. राहत की बात यह है कि इससे मरने की आशंका कम ही है। इसलिए कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित लोग यदि अपना इलाज समय पर करवा लेते हैं तो वह जल्द ठीक भी हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज रायपुर 73, बिलासपुर58, रायगढ़50 कोरोना मरीज मिले हैं। इसके अलावा अन्य जिलों में दुर्ग में 24,कोरबा में 16,जशपुर में 12,जांजगीर चांपा में 11, गौरेला पेंड्रा, मरवाही में 7,सूरजपुर में 5,राजनांदगांव में 4,बालोद,धमतरी,बलौदाबाजार व सुकमा में 2-2,सरगुजा,कोरिया, बलरामपुर,बस्तर व बीजापुर में 1-1 कोरोना मरीज मिले हैं। इस तरह राज्य में देखा जाए तो रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ व दुर्ग में स्थिति गंभीर है, यहां सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। सबसे ज्यादा जरूरी जिन लोगों ने पहला व दूसरा डोज नहं लगवाया , उन्हें लगवा लेना चाहिए। जो लोग लगवाने टीका सेंटर नहीं आ रहे हैं, उन्हें घर जाकर टीका लगवाना चाहिए.ा इसके अलावा कोरोना नियमों का पालन अब लोगों को खुद करना चाहिए,यदि वे नहीं कर रहे हैं तो जिला प्रशासन को करवाना चाहिेए। दिसंबर तक राज्य में टीकाकरण की गति कम थी, उसे सरकार को ध्यान देकर बढ़ाना चाहिए। सरकार के दिसंबर के पहले सप्ताह से कोरोना को न फैलने देने के लिए प्रयास करने थे, उसने दिसंबर के आखिरी सप्ताह में जाकर ध्यान देना शुरू किया। सरकार व आम लोगों की इसी लापरवाही का नतीजा है कि एक दिन 279 कोरोना के मरीज मिले हैं,सावधानी नगीं बरते जाने पर यह संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है।

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